Uttarakhand
श्रीनगर – पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में वन्य जीव और इंसानों के बीच संघर्ष कम होता नज़र नही आ रहा रहा है । रविवार रात करीब 9 बजे श्रीनगर के ग्लास हाउस रोड पर बाघ ने एक 3 साल के मासूम बच्चे को घर के आंगन से उठाकर अपना निवाला बना लिया । हालाकि की मौके पर एकत्र हुए लोगो ने आनन-फानन में बच्चे को 50 मी० की दूरी पर ही बाग से बच्चे को छुड़ा लिया और बच्चे को अस्पताल ले गए लेकिन दुर्भाग्य वर्ष डॉक्टर ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया ।
बता दें कि गढ़वाल विश्वविद्यालय में शोध कर रहे छात्र एवं उत्तराखण्ड बेरोजगार संघ के प्रवक्ता सुरेश सिंह घायल बच्चे को अपने दुपहिया वाहन से संयुक्त अस्पताल श्रीनगर लेकर गए थे । लेकिन डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
जिसके बाद सुरेश सिंह ने तत्काल जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी ,एसएसपी, डीएफओ सहित तमाम आला अधिकारियों को फोन कर घटना की पूरी जानकारी दी थी। ऐसे में जिलाधिकारी ने तमाम अधिकारियों को गस्त कर बाघ को पकड़ने के आदेश दे दिए थे।
लेकिन बाघ को पकड़ने के लिए अब तक पिंजरा तक नही लगाया गया है । साथ ही जिलाधिकारी ने पीड़ित परिवार को तत्काल 6 लाख रूपए का मुआवजा दिए जाने का भी आदेश दिया। लेकिन यह मुआवजा राशि भी अब तक पीड़ित परिवार तक पूरी नहीं पहुंची है।