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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऋषिकेश में की चुनावी जनसभा, डमरु बजाकर किया बाबा केदार का किया आह्वान

ऋषिकेश – लोकसभा चुनाव 2024 की आचार संहिता लगने के बाद यह दूसरा मौका है कि प्रधानमंत्री मोदी उत्तराखंड पहुंचे जहा आज उन्होंने  ऋषिकेश के आईडीपीएल खेल मैदान में चुनावी जनसभा को संबोधित किया  प्रधानमंत्री मोदी ने मंच पर पहुंच कर देवभूमि को नमन कर अपना संबोधन शुरू किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं बाबा केदार और बद्रीनाथ के चरणों में हूं। डमरू बजाकर प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा केदार का आह्वान किया।

 

पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से की अपील

इस दाैरान पीएम मोदी ने जनसभा में आए कार्यकर्ताओं ने सवाल किया कि मेरा एक पर्सनल काम है, आप करोगे?  राम नवमी आने वाली है। गांव-गांव जाकर मेरी तरफ से देवता के आगे माथा टेककर प्रणाम करना है। हर घर जाकर बड़े बुजुर्गों को कहना मोदी जी ऋषिकेश आए थे, उन्होंने आपको राम-राम भेजा है।

 

साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस विकास और विरासत की विरोधी है। कांग्रेस ने प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए हैँ। ये कांग्रेस ही है जिसने पहले राम मंदिर का विरोध किया। अदालत के काम में भी रुकावटें डाली, लेकिन राम मंदिर बनाने वालों ने उनके सारे गुनाह माफ करके घर जाकर निमंत्रण दिया, लेकिन उन्होंने उस अवसर का भी तिरस्कार कर दिया। हिंदू धर्म में जो शक्ति है इस कुरुती का नाश करेगी। उनकी ये मंशा हम पूरी नहीं होने देंगे। कहा कि अब कांग्रेस गंगा के अस्तित्व पर सवाल उठा रही है। लेकिन जनता उन्हें सबक जरूर सिखाएगी। हम विकसित भारत के संकल्प का सपना पूरा करना है तो कमल खिलाने होंगे। बाकी काम करना मेरी गारंटी है।

इसके अलावा  पर्यटन और चारधाम यात्रा का उत्तराखंड को विकसित करने में बड़ा योगदान है। इसलिए हम यहां रोडवेज, रेलवे, एयरवेज की लगातार सुविधा दे रहे हैं। यहां ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन पर तेजी से काम हो रहा है। दिल्ली से देहरादून की दूरी सिमट रही है। उत्तराखंड के सीमावर्ती गांव को कांग्रेस अंतिम गांव कहती थी, हमने उसे पहला गांव बनाकर विकास किया है। आदि कैलाश के लिए हेलीकाॅप्टर सेवा शुरू हो गई है।

चारधाम यात्रा को भी सुगम बनाने की ओर सरकार काम कर रही है। यह सब इसलिए हो रहा भाजपा की नियत सही है। जब नियत सही होती है तो नतीजे भी सही मिलते हैं। केदारनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। बीते वर्ष 55 लाख तीर्थयात्री यहां पहुंचे। मानसखंड में आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा पर भी यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। पर्यटन बढ़ने का मतलब है रोजगार का बढ़ना। उत्तराखंड में हो रहे विकास में अब पलायन की जड़ों को बीते दिनों बात बताया गया है। उत्तराखंड के नाैजवानों ने स्टार्टअप शुरू किए। यहां बेटियां आगे बढ़ रही हैं।

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