Uttarakhand
देहरादून – राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154वीं जयंती पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गांधी पार्क पहुंच उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया और श्रद्धांजलि अर्पित की।
साथ ही इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कचहरी परिसर स्थित शहीद स्थल भी पहुंचे जहां उन्होंने उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को नमन किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की ।
गौरतलब है कि इस दौरान महात्मा गांधी को याद करते हुए सीएम धामी ने कहा कि गांधी जी ने सत्य एवं अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए सबको प्रेरित किया। भारत को अंग्रेजों से आजादी दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हमें अपने आचरण में अहिंसा का भाव जागृत करने के साथ ही मानवता के प्रति करूणा का भाव पैदा करना होगा। यही देश वासियों की ओर से महात्मा गांधी के प्रति सच्ची श्रद्वांजलि होगी। इतना ही नही मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री का भी स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने जय जवान जय किसान का नारा दिया। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और पद्म विभूषण अटल बिहारी वाजपेई ने इसमें जय विज्ञान को जोड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें जय अनुसंधान जोड़ कर नए भारत का नारा ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान दिया है।
वही उत्तराखंड राज्य आंदोलन के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीद राज्य आंदोलनकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 02 अक्टूबर 1994 को उत्तराखण्ड के अलग राज्य की प्राप्ति के लिए आन्दोलन कर रहे हमारे नौजवान साथियों और माताओं-बहनों के साथ मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा में क्रूरता पूर्वक बर्ताव किया गया। अनेक आंदोलनकारियों की इसमें शहादत हुई। उनके सघंर्षों और शहादत के कारण ही हमें नया राज्य मिला। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य आंदोलनकारियों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है।